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Credit Card Recovery Rule : जाने क्रेडिट कार्ड वसूली नियम के नए नियम, Credit Card Recovery Agent नहीं कर सकेंगे परेशान

अगर आप के पास क्रेडिट कार्ड हे और उसका बिल आपने पे नहीं किया हे तो आपको क्रेडिट कार्ड वसूली नियम(Credit Card Recovery Rule) के बारे में पूरी जानकीरी होनी चाहिए। इस आर्टिकल हम आपको  पूरी जानकारी देंगे, ताकि आपको जानकारी सही नियम की हो।

क्रेडिट कार्ड वसूली नियम | Credit Card Recovery Rule | Credit Card Vasooli Ke Niyam

  • क्रेडिट कार्ड कंपनीओ के लिए रिजर्व बैंक  ऑफ इंडिया कुछ नए Credit Card Recovery Rule  के नए नियम जारी किए गए हैं। जिसके तहत बैंक Recovery Agent ग्राहकों के साथ मारपीट, गाली गलौज, बार-बार फोन नहीं कर सकता है। अगर एजेंट ऐसा कुछ करता हे टी यह अपराध की श्रेणी में आता है और इन हरकतों के बारे में ग्राहक रिकवरी एजेंट की  Bank को बता सकते हैं।
  • ग्राहक की compline को बैंक अगर नजरअंदाज करता हे तो ग्राहक बैंक के खिलाफ Police में भी अपनी कंप्लेंट कर सकते हैं और Consumer Court में भी शिकायत दर्ज कर सकते हैं। साथ RBI की हेल्पलाइन पर कॉल कर शिकायत भी कर सकता है।
  • आरबीआई द्वारा Banks के लिए गाइडलाइंस भी जारी की गयी हे. इस गाइडलाइंमें बैंक तथा Credit Card Company को नियमानुसार कार्यवाही करनी होगी।
  • ग्राहक अगर क्रेडिट कार्ड की बकाया राशि समय पर जमा नहीं करते हैं तो ऐसी परिस्थिति में बैंक ग्राहक को Blacklist कर सकता है। जिसके बाद कोई भी Bank Loan नहीं देगा।
  • Credit Card का बिल समय से जमा न करने पर, क्रेडिट कार्ड का बिल चुकाने के लिए बैंक 60 से 90 दिन का और समय देता है। अगर इस समय में बिल की राशि जाम नहीं करते हो तो बैंक तथा क्रेडिट कार्ड कंपनियां आपसे Interest चार्ज करने लगती हैं। जोकि 6% प्रतिशत से शुरू होकर 20% तक हो सकता है।
  • ग्राहक इस समय मर्यादा में बिल जमा नहीं करता हे तो बैंक ग्राहक के Credit Card Block कर है जिससे आपका Cibil Score खराब होता है। जिससे कोई भी बैंक आपको लोन नहीं देगा।
  • बैंक ग्राहक को डिफाल्टर यानी क्रेडिट कार्ड डिफाल्टर घोषित करता सकता है। जिससे ग्राहक को भविष्य में किसी भी प्रकार का लोन नहीं मिलता. बैंक ग्राहक के खिलाफ Legal Action ले सकता है।
  • Credit Card Recovery के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडियाने एक नया कानून भी बनाया हे जिसके तहत क्रेडिट कार्ड कंपनियां बिल के ऊपर Compounding Interest नहीं लगा पाएंगे। पहले क्रेडिट कार्ड कंपनियां ब्याज के ऊपर ब्याज यानी बिल के ऊपर चक्रवृद्धि ब्याज लगा देती थी। जिसके बकाया राशि बढ़ती जाती थी   जिस वजह से वजह से Bank ग्राहक कर्ज के जाल में फंस जाता था। वह कभी भी क्रेडिट कार्ड लोन नहीं चुका पाता था।

FAQ क्रेडिट कार्ड वसूली नियम | Credit Card Recovery Rule

Q.1 अगर मैं क्रेडिट कार्ड में न्यूनतम राशि का भुगतान करूं तो क्या होगा ?

Ans : अगर आप क्रेडिट कार्ड की न्यूनतम राशि का भुगतान करते हे तो आपकी बाकय राशि पर व्याज लगेगा.

Q.2  क्रेडिट कार्ड में कैश लिमिट क्या होती है ?

Ans :  कार्ड में कैश लिमिट क्या होती है यानी What is Credit Card Cash Limit, जिसे आप अपने क्रेडिट कार्ड से बैंक के एटीएम निकाल सकते हैं. बैंक इस क्रेडिट कार्ड कैश लिमिट (Credit card cash limit) को तैय करता हे. इस कॅश को आप निकाल सकते है और ब्याज़ और अन्य शुल्कों के साथ बाद की तिथि पर राशि का पुनर्भुगतान करना होता हे.

Q.3 क्रेडिट कार्ड पर कितना इंटरेस्ट लगता है ?

Ans : आमतौर पर क्रेडिट कार्ड पर ब्याज दर 2.5% से 3.5% प्रति माह तक होती है।




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