बांग्लादेश में इस्कॉन के धार्मिक नेता चिन्मय कृष्णदास की गिरफ्तारी पर भारत ने नाराजगी जताई है. साथ ही विदेश मंत्रालय ने जमानत न मिलने पर चिंता जताई है.
विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह घटना बांग्लादेश में चरमपंथी तत्वों द्वारा हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर हमलों के बाद हुई। अल्पसंख्यक घरों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों में आगजनी और लूटपाट के साथ-साथ चोरी, बर्बरता, देवताओं और मंदिरों को अपवित्र करने के कई मामले सामने आए हैं।
वहीं चटगांव मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट ने भी मंगलवार को चिन्मय कृष्ण दास की जमानत याचिका खारिज कर दी. इस समय पुलिस ने चटगांव कोर्ट के बाहर चिन्मय प्रभु के समर्थकों पर आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए रबर की गोलियों का भी इस्तेमाल किया।
उधर, चिन्मय प्रभु ने कोर्ट परिसर में समर्थकों को संबोधित करते हुए कानून के मुताबिक आंदोलन जारी रखने की घोषणा की.