गुजरात में बच्चों पर एक नई आफत आ गई है. इस बीमारी का नाम चांदीपुरा वायरस(Chandipura Virus) है. बच्चों को अपना शिकार बनाने वाला यह वायरस राज्य में अब तक 6 बच्चों की जान ले चुका है।
जानलेवा चांदीपुरा वायरसने(Chandipura Virus) गुजरात में आतंक मचा रखा है. मानसून में सक्रिय रहने वाला यह वायरस इस मानसून में फिर सक्रिय हो गया है और प्रदेश में कहर बरपा दिया है। यह चांदीपुरा वायरस(Chandipura Virus) छोटे बच्चों को अपना शिकार बनाता है। यह वायरस 9 महीने से लेकर 14 साल तक के बच्चों को अपनी चपेट में लेता है। गुजरात में इस जानलेवा वायरस के मरीज लगातार बढ़ते जा रहे हैं. जिससे लोग परेशान हैं.
चांदीपुरा वायरस क्या है ? what is chandipura virus?
सबसे पहले ये जानना बेहद जरूरी है कि आखिर ये चांदीपुरा वायरस है क्या? इस वायरस की पहचान 1966 में नागपुर के चांदीपुर गांव में हुई थी। तभी से इसे चांदीपुरा वायरस के नाम से जाना जाता है। यह रोगवाहक संक्रमित रेत मक्खी के काटने से होता है। इसके लक्षणों में तेज बुखार, उल्टी, दस्त, सिरदर्द और ऐंठन शामिल हैं।
चांदीपुरा वायरसन के लक्षण Chandipura Virus Symptoms
चूंकि चांदीपुरा के लक्षण सामान्य बुखार के समान होते हैं, इसलिए लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं और इसके शिकार हो जाते हैं। अनुरोध है कि लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
महत्वपूर्ण बात यह है कि आज तक इन बीमारियों के स्रोत और कारणों का पता नहीं चल पाया है।जिसके कारण चांदीपुरा वायरस का कोई टीका या उचित उपचार नहीं है।जिसके कारण यह वायरस जानलेवा हो गया है. कोरोना की तरह इस वायरस से भी बचने का एक ही तरीका है।सतर्कता, यदि आप सतर्क हैं तो आप बच जाएंगे और यदि आप चूक गए तो चांदीपुरा वायरस(Chandipura Virus) आपको फंसा देगा।