मालदीव की राजधानी माले में इस साल योग दिवस के मौके पर गुस्साई भीड़ ने योग और ध्यान का अभ्यास कर रहे लोगों पर हमला बोल दिया. अब इस मामले में मालदीव सरकार ने 38 लोगों के खिलाफ आतंकवाद समेत कई अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है.
इन लोगों पर योग कर रही भीड़ पर हमला करने और पुलिस के काम में बाधा डालने का आरोप लगाया गया है.मालदीव के दो विद्वानों, शेख फजलून मोहम्मद और शेख आदम निशान पर लोगों को आतंक के लिए उकसाने के लिए आतंकवाद विरोधी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।दोषी पाए जाने पर उसे 10 से 15 साल जेल की सजा हो सकती है।
पूरी घटना की बात करें तो इसी साल 21 जून को माले के नेशनल फुटबॉल स्टेडियम में बड़ी संख्या में लोग योग कर रहे थे. अचानक गुस्साई भीड़ स्टेडियम में घुस गई और तोड़फोड़ करने लगी। योग कार्यक्रम में आम जनता के अलावा कई राजदूतों और राजनयिकों ने भी भाग लिया। स्थानीय पुलिस ने कुछ लोगों को उनके हिंसक रवैये के लिए पुलिस हिरासत में ले लिया।
दरअसल ये प्रदर्शनकारी योग कार्यक्रम से खफा थे और इसका विरोध कर रहे थे. प्रदर्शनकारियों ने योग कर रहे लोगों से स्टेडियम को तुरंत खाली करने को कहा। घटना से पहले आक्रोशित प्रदर्शनकारियों ने तख्तियां दिखाईं। जिसमें योग के खिलाफ नारेबाजी की गई। जिस पर लिखा था कि योग इस्लाम के खिलाफ है।
बता दें कि भारतीय सांस्कृतिक केंद्र ने मालदीव के युवा एवं खेल मंत्रालय के सहयोग से मलेना स्टेडियम में योग और ध्यान सत्र का आयोजन किया था। जिसका कुछ लोगों ने विरोध किया था।