कोरोना वैक्सीन(CORONA VACCINE), कोविड(Covid) गाइडलाइंस के अनुपालन से भारत कोरोना महामारी के खिलाफ जीत हासिल करने में सफल रहा है, लेकिन भारत समेत दुनिया भर के लोग चीन में कोरोना(CORONA) के बढ़ते मामलों से चिंतित हैं. कोरोना के अलग-अलग रूप और इसके वैरिएंट जहां स्वास्थ्य विभाग के लिए सबसे बड़ी चिंता का विषय हैं, वहीं भारत के लिए अभी सबसे बड़ी चिंता बीएफ 7 वैरिएंट(BF 7 variant) की है.
कोरोना की मौजूदा स्थिति और इससे बचाव के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं, इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया. इस मौके पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया, नीति आयोग के प्रमुख वीके पॉल समेत कई नेता मौजूद रहे.
कोरोना की वर्तमान स्थिति की समीक्षा, कोरोना की स्थिति से निपटने की तैयारी, एहतियाती डोज का संचालन, कोरोना के खिलाफ राज्यों की तैयारियों पर चर्चा की गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कोरोना की स्थिति को लेकर लोकसभा को संबोधित किया. मनसुख मंडाविया ने मास्क पहनने और सामाजिक दूरी बनाए रखने पर जोर दिया। मनसुख मंडाविया ने कहा कि सभी राज्यों को कोविड संबंधी सभी नियमों का पालन करने का निर्देश दिया गया है.
भारत में कोरोना के नए सब वेरिएंट BF 7 वेरिएंट की एंट्री हो चुकी है. गुजरात के वडोदरा में BF 7 वेरिएंट का मामला दर्ज होने के बाद से यह सिस्टम चल रहा है. वडोदरा के सुभानपुरा इलाके में रहने वाली 61 वर्षीय महिला में कोरोना के सब वेरियंट बीएफ-7 वैरिएंट का मामला सामने आया है।
उधर राजकोट में ऑस्ट्रेलिया से आई युवती की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसे क्वारंटीन कर दिया गया है. बालिका के परिजनों की रिपोर्ट निगेटिव आने पर व्यवस्था को राहत मिली है एक सांस ली है। जरूरी है कि बच्ची के परिजनों ने एहतियाती खुराक ले ली हो। फिर एक बार फिर कोरोना को फैलने से रोकने के लिए व्यवस्था ने भी एहतियाती कदम उठाए हैं।
चीन समेत दुनिया भर के देशों में जब कोरोना के मामले बढ़े हैं तो केंद्र सरकार अलर्ट मोड में आ गई है और राज्य सरकार को भी अलर्ट मोड में रहने की हिदायत दी गई है. केंद्र सरकार ने सभी राज्यों की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को कोरोना की मौजूदा स्थिति पर ध्यान देने और जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की अध्यक्षता में हुई बैठक में कोरोना की वर्तमान स्थिति, टीकाकरण के प्रदर्शन की समीक्षा की गई. स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने स्वास्थ्य विभाग की अहम बैठक बुलाई.
अहमदाबाद के सोला सिविल अस्पताल में एक कोविड वार्ड शुरू किया गया है, अस्पताल में ही 56 बिस्तरों वाला एक कोविड वार्ड भी शुरू किया गया है. अस्पताल के कर्मचारियों को आवश्यक दवाओं के साथ स्टैंड बाई रखा गया है। वहीं जामनगर के सरकारी और ग्रामीण अस्पतालों में ऑक्सीजन और बेड समेत अन्य इंतजाम कर लिए गए हैं.
बच्चों के अस्पताल में 200 बिस्तरों की विशेष व्यवस्था की गई है। स्वास्थ्य केंद्र सुविधाओं से लैस हैं जो प्रत्येक ऑक्सीजन सुविधाओं के साथ 30 रोगियों को समायोजित कर सकते हैं। कोरोना की स्थिति न बिगड़े इसके लिए राज्य के विभिन्न शहरों के शहरी स्वास्थ्य केंद्रों और अस्पतालों में स्थानीय स्वास्थ्य विभाग एक्शन मोड में आ गया है. नगरीय स्वास्थ्य केंद्र में फिर से कोरोना जांच की व्यवस्था शुरू कर दी गई है। वहीं दूसरी ओर लोगों में कोरोना की स्थिति को लेकर वैक्सीन लेने को लेकर जागरुकता देखी जा रही है. शहरी स्वास्थ्य केंद्रों में लोग टीकाकरण की मांग करते नजर आए।