Diwali scam: भारत में दिवाली का त्यौहार धामधूम से मनाया जाता हे, दिवाली के इस पर्व में लोग जमकर खरीदारी करते हे. त्यौहार के इस समय में लोग ऑनलाइन खूब खरीदी करत्ते हे. ऐसा में ज्यादातर लोग ऑनलाइन स्कॅम के शिकार हो जाते हे. दिवाली कैशबैक, ऑनलाइन शॉपिंग और गिफ्ट के नाम पर स्कैमरस लोगों को चुना लगा देते हैं। इस दौरान साइबर सेल (cert-in cyber security)में फ्री दिवाली गिफ्ट के नाम पर धोखाधड़ी के कई गुनाह सामने आ रहे हैं। इसको लेकर आईटी मंत्रालय के इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) ने अलर्ट भी जारी किया है।
अपनी एडवाइजरी में CERT-In ने कहा कि यदि आपको उन वेबसाइटों के लिए सोशल मीडिया पर किसि तरह की कोई लिंक प्राप्त हुए जो मुफ्त दिवाली उपहार का वादा करती हैं, तो इससे सावधान रहें। इन लिंक के द्वारा यूजर्स को फेक वेबसाइट पर भेजा जाता है और वहा यूजर्स की निजी जानकारी के साथ बैंकिग की जानकारी भी चुराली जाती हैं। CERT-In मताबिक इन लिंक की मदद से आपके डाटा की चोरी संभव है और इससे आपका बैंक अकाउंट भी खाली हो सकता है।
इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (Indian computer emergency response team) ने यह कहा कि फेक मैसेज को फेसबुक, इंस्टाग्राम, या किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म या व्हाट्सएप, टेलीग्राम जैसी किसी भी मैसेजिंग पर भेजा जा सकता है। ज्यादातर किस्सों में महिलाओं स्कैमर्स निशाना बनाते हैं। फ्री दिवाली गिफ्ट के नाम पर यूजर्स को स्कैमर अपने रिश्तेदारों, दोस्तों के साथ लिंक शेयर करने के लिए कहते हैं, ज्यादातर चाइनीज वेबसाइट होती है। इन फेक वेबसाइट के एक्सटेंशन .cn, .xyz, या .top, होते हैं।
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जब कोई यूजर्स एक बार ऐसी लिंक पर क्लिक करता है, पहले तो उन्हें एक फेक बधाई संदेश द्वारा बधाई दी जाती है। इसके बाद यूजर्स से कुछ जानकारी मांगी जाती है। जैसे ही यूजर्स द्वारा जानकारी दी जाती है, यूजर्स को कई सामानों में से गिफ्ट चुनने के लिए कहा जाता है। इसके बाद एक बार और बधाई संदेश दिखाया जाता है और उन्हें इस लिंक को अपने दोस्तो और रिश्तेदारों के साथ शेयर करने के लिए कहा जाता है।
कैसे रखे सावधानी
ऑनलाइन स्कैम से बचने का सबसे आसान तरीका एक हे की आप ऐसी कोई अनजान लिंक पर क्लिक न करे। पहले ऐसी उटपटांग सी लिंक को जाने और समजे, ज्यादातर ऐसी लिंक समज न आये ऐसी होती हे.
अगर ऐसी लिंक पर क्लिक हे तो अपनी बैंकिग डिटेल्ट, ओटीपी व एटीएम या क्रेडिट कार्ड की कोई डिटेल्स या पासवर्ड शेयर न करें।
ऐसी लिंक के मैसेज के सिवा फ्री गिफ्त देने का वादा करने वाले कॉल भी आ सकते हे. उन्हें भी आप कोई जानकारी या ओटीपी न दें।
ऐसी कोई कॉल्स में अगर कोई आपके खाते की ऑनलाइन केवाईसी करवाने की लिए कॉल करता है तो उसे अनदेखा करें।
सोशल मीडिया या इंटरनेट पर किसी भी अनचाहे ई-मेल, एसएमएस या मैसेज में आए अटैचमेंट या लिंक को न खोलें।
कभी कभी ऐसी लिंक बड़ी बड़ी बैंक या कोई कंपनी के नाम से मैच होने वालीभी होती हे, स्पेलिंग एक बार जरूर चेक कर लें। क्योंकि ठग मिलती-जुलती स्पेलिंग से ठगी करते हैं।
अपने बैंक अकाउंट, नेट बैंकिंग के पासवर्ड नियमित रूप से बदलते रहें। साथ ही अपने एटीएम के पिन का भी नंबर चेंज करते रहे.
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