Shaligram Stone : शालिग्राम को एक कीमती रत्न माना जाता है। वैष्णव उनका पूरा सम्मान करते हैं.वेदों में कहा गया है कि जिनके घर में शालिग्राम का पत्थर (Shaligram Stone) होता है, उनका घर तीर्थ जैसा बनता है. शालिग्राम (Shaligram) के दर्शन और पूजा से सुख-समृद्धि आती है। भगवान शिव ने भी स्कंदपुराण में कार्तिक महात्मा में भगवान शालिग्राम (Shaligram Bhagwan) की भी स्तुति की। आइए जानते है What is Shaligram और जानते हे Shaligram Stone Benifits.
नेपाल में गंडकी नदी (Gandaki River) के तल में काले, चमकदार और अंडाकार पत्थर मिले हैं। जिसे शालिग्राम कहते हैं। शालिग्राम(Shaligram) अलग प्रकार और अलग रूपों में मिलते हैं। कुछ शालिग्राम पत्थर(Shaligram Stone) में एक छेद होता है तो कुछ पत्थर अंडाकार होते हैं। पद्म, चक्र, शंख या गदा जैसे निशान बने होते हैं।
शालिग्राम पत्थर को भगवान विष्णु का रूप माना जाता है. इस पत्थर में चक्र बने हुए होते हे,जिसे भगवान विष्णु(Shaligram Krishna) का रूप माना जाता है. जिसकी पूजा शालिग्राम स्वरूप में की जाती हे। विशेष रूप से भगवान विष्णु और उनके अवतारो की पूजा के दौरान भी भगवान को तुलसी पत्ते अर्पित किए जाते हे.
दरअसल, पूजा में इस्तेमाल होने वाली तुलसी(Tulsi) ही एक ऐसी चीज है, जिसे धोकर फिर से पूजा में इस्तेमाल किया जा सकता है, क्योंकि यह खुद को शुद्ध करने वाली होती है।
एक कथा के अनुसार तुलसी शंखचूड़ नामक यक्ष की पतिव्रता पत्नी थी। कुछ ऐसी घटना पर वह मानने लगी कि भगवान कृष्ण ने उसे धोका दिया और पाप में फंसाया था, इसलिए उसने कृष्ण को पत्थर(Shaligram Krishna) बनने का श्राप दिया।
तुलसी की भक्ति और सच्चाई को देखकर भगवान ने उन्हें आशीर्वाद दिया कि वह एक पूजनीय पौधा तुलसी(Tulsi) बनेंगे और वह उनके मस्तक पर अर्पित होगे. इसके अलावा तुलसी बिना भगवान को अर्पित होने वाली वस्तु अधूरी होगी.
तुलसी भगवान विष्णुकी पत्नी लक्ष्मीजी(laxmiji) का प्रतीक भी माना जाता है। धार्मिक और सुखी जीवन की कामना पाने के लिए तुसली की पूजा की जाती हे.
हर साल कार्तिक माह मे बीज के दिन महिलाएं प्रतीकात्मक रूप से तुलसी और भगवान शालिग्राम से शादी करती हैं। हिंदू धर्म के लोग इस दिन के बाद ही विवाह या विवाह जैसे शुभ कार्य करते हैं।
ब्रह्मपुराण में उल्लेख है कि भगवान शालिग्राम की पूजा की जाती है और भगवान विष्णु भी भगवान लक्ष्मी के साथ निवास करते हैं।
Shaligram Stone Benifits | शालिग्राम पत्थर के फायदे
पुराणों में लिखा है कि जो शालिग्राम शीला का जल अपने शरीर पर डालता है, उसे समस्त यज्ञ और समस्त तीर्थ का मान प्राप्त होता है। जो शालिग्राम शिला के जल का नित्य अभिषेक करता है, वह संपूर्ण दान, पुण्य और पृथ्वी की समग्र प्रदक्षिणा का अधिकारी बनता है.
भगवान शालिग्राम को अर्पित किया हुआ पंचामृत प्रसाद के रूप में सेवन करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है।जो घर में शालिग्राम की रोज पूजा होती है, वहां के सभी दोष और नकारात्मकता खत्म होती है।
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